रजिया बाई के कान मैं जैसे ही वो लड़की बोलती है " तभी रजिया बाई की आंखें बड़ी हो जाती, चेहरे पर गुस्सा आ जाता हैं , तभी बाजू मैं खड़ी रमा बोलती है , मैं देखती हूं बाजी इस नई लड़की को , तभी रजिया बाई चेहरे गुस्सा और आवाज मैं शखती से बोलती है " रमा ये तेरे बस की बात इस नई झमिया को मुझे ही देखना पड़ेगा ऐसा बोल पाने दान मैं पान थूक कर झुले से खड़ी हो जाती है, और जाने लगती है और पिछे पिछे वो लड़की रमा और राकेश थे
जाते जाते रजिया बाई के कदम रूक जातें हैं, ' उस कमरे मैं अभी जो लड़की बाहर खड़ी थी, सिन्हा साहब के साथ उस की अंदर चिखने रोने की आवाज़ आ रही थी , "छोड़ दो मुझे फिर चिखने की आवाजें आ रही थी
ये सुन रजिया बाई बोलती है गुस्से से " रमा ये क्या तुने इस छोकरी को समझाया नहीं, रमा मुंह बना कर बोलती है " बाजी समझाया क्या धमकीं दि थी इसे तभी रजिया बाई बोलती है " इसे तो सुबह देखुगी अभी अंदर वाली को देखते हैं ऐसा बोल वो चली जाती है उन के पिछे रमा और राकेश भी उन के पिछे पिछे चले जाते हैं
एक कमरे मैं एक लड़की बेड पर मुंह के बल लेट कर रो रही थी, ' उस ने नीला सुट पहना था वो सिर्फ रोए जा रही थी ,' तभी बाजू मैं २२ साल की लड़की जिसका नाम टिना था वो बोलती है , तु रो मत चल उठ वरना बाजी आ कर तेरे साथ मेरी भी बेड बजा देगी " तभी वो लड़की ऊठ कर बैठ जाती है" और जोर से रोते हुए बोलती है मैं नहीं डरती किसी से भी , मुझे मेरे राज के पास जाना है , ऊठ कर बैठने पर उस का चेहरा टिना देख ती है , वो दिखने मैं बेहद खूबसूरत भुरी आंखें रंग गोरा चेहरा छोटा-सा तीखे नैन-नक्श उसे देख कर कोई भी ये जरूर सोचता था, ऊपर वाले ने वाले ने उसे बड़ी फुर्सत से बनाया होगा ,' टिना देख सकती थी भले रोते रोते हुए उस का चेहरा लाल हो गया पर इससे उसकी खुबसूरती मैं जरा भी फर्क नहीं पड़ा
टिना बोलती है परेशान होते हुए,' देख तेरा नाम याद नहीं आ रहा वो लड़की बोलती है रोते हुए मेरा नाम नियती है टिना बोलती हा जो भी है, पर तेरा सोदा मेरे ही सामने हुआं था मैं वहीं खड़ी थी , जिस लड़के नाम तु ले रही है ना वो तेरी जैसी आइटम लाता रहता है, " वो बाजी को तेरी जैसी फुलजदीया देता रहता है, और किमत ले कर चला जाता है " ये सुन रोती नियती खड़ी हो जाती है
अपने हाथ नियती पर हाथ रख कर बोलती है " नहीं नहीं नहीं , मेरा राज कभी ऐसा नहीं कर सकता वो उस लड़की को चिल्लाते हुए ये बात बोलती है नियती बोलती तुम सब झुठे हों, मेरे राज को छुपा कर रखा है बोलों कहा है मेरा राज , वो टिना पर बुरी तरह गुस्सा करते हुए बोल रही थी , टिना जैसे ही कुछ बोलने जातीं हैं " वो देखतीं हैं नियती जमीन पर गिरी हुई हैं ' उसे किसी ने थप्पड़ मारा है , सामने खडे लोगों को देख टिना डर जातीं थुक गटक कर बोलती है " बाज़ी
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